"मुस्लिम विवाह में दहेज: एक आवश्यक नहीं"

"मुस्लिम विवाह में दहेज: एक आवश्यक नहीं"

Wedding Tips

मुस्लिम समुदाय में विवाह के साथ दहेज की प्रथा नहीं होती है। इस प्रक्रिया का मकसद होता है कि दो आत्माएं सच्चे प्यार और समर्पण के साथ जीवन की यात्रा पर निकलें, और इसमें धन या सामग्री की कोई मूल्य नहीं होती है।

मुस्लिम विवाह में दहेज की प्रथा के खिलाफ कई आवाजें उठाई गई हैं, और समुदाय में इसे बंद करने के लिए कई उपाय भी अपनाए जा रहे हैं। एक दहेज मुक्त विवाह के फायदे निम्नलिखित हैं:

      • आर्थिक स्थिर की सुरक्षा: दहेज की प्रथा के बिना, युवा जोड़े अपने आर्थिक स्थिति की सुरक्षा में ज्यादा संलग्न हो सकते हैं और आपसी समझदारी से अपने भविष्य की योजना बना सकते हैं।
      • सामाजिक समर्थन: बिना दहेज के विवाह करने से समाज में इसे समर्थन देने वाले और परिवार के बड़े अधिकारियों के द्वारा एक सकारात्मक संदेश दिया जा सकता है कि वे दहेज की प्रथा के खिलाफ हैं।
      • इकाई और मोहब्बत: विवाह के साथ दहेज की प्रथा के बिना, दो लोग अपने जीवन को एक इकाई के रूप में देख सकते हैं और अपने प्यार के साथ समर्पण से जी सकते हैं।

मुस्लिम विवाह में दहेज की प्रथा को छोड़ने से, जोड़ों को आपसी समझदारी और समर्पण के साथ एक साथ जीवन बिताने का मौका मिलता है, जो उनके रिश्तों को और भी मजबूत बनाता है।